निर्देशक नीरज सहाय को फिल्म "यूपी फाइल्स" के लिये हाल ही में हिंदुस्तान रत्न अवार्ड मिला है। फिल्म यूपी फाइल्स सत्य घटनाओं पर आधारित कहानी है जो यूपी के वर्तमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने और यूपी में आने वाले बदलाव की कहानी है। इसके निर्माता कुलदीप उमराव सिंह हैं। नीरज सहाय एक जाने माने निर्देशक हैं। इनकी बतौर निर्देशक पहली फिल्म "ओल्ड इज गोल्ड" है जिसमें कादर खान, असरानी, शक्ति कपूर जैसे कलाकारों ने काम किया है। यह एक कॉमेडी फिल्म है। इसके अलावा नीरज सहाय ने "सिमरन, जब तक है जान" जैसी फिल्में बनाई है। इनकी आगामी फिल्म "ब्लैक डे और ये जीवन है" तैयार है जो जल्द रिलीज हो जाएगी। इनके अन्य आगामी प्रोजेक्ट्स हैं फिल्म "राष्ट्रीय रायफल्स, वली द मैसेंजर" और एक वेबसीरिज है।
नीरज सहाय ने अपने कैरियर की शुरुआत असिस्टेंट डारेक्टर के रूप में शुरू की थी। निर्देशक उमेश मेहरा की फिल्म "यार गद्दार, सबसे बड़ा खिलाड़ी, ये मोहब्बत है, कोई मेरे दिल में है", खिलाड़ियों के खिलाड़ी,किला जैसी कई फिल्मों में नीरज असिस्टेंट डायरेक्टर रहे। वह निर्देशक उमेश मेहरा को अपना गुरु मानते हैं। उसके बाद निर्देशक रमन कुमार के साथ भी असिस्टेंट डायरेक्टर के रूप में काम किया है।
नीरज सहाय बताते हैं कि उनका कोई फिल्मी बैकग्राउंड नहीं था वह फिल्म इंडस्ट्री में कड़ी मेहनत और कौशल से अपनी पकड़ बनाई है। उन्होंने बताया कि मजहर खान ने उनका मार्गदर्शन किया और वे निर्देशन की ओर आये क्योंकि निर्देशन एक ऐसा काम है जिसमें फिल्म के शुरुआत से अंत तक, एक कलाकार से लेकर अन्य कामों तक में निर्देशक प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से मौजूद रहता है। उसकी मेहनत उसकी सोच सबमें समाहित होती है। वह सिखाता भी है और सीखता भी है। नीरज सहाय ने बताया कि वर्तमान समय में दर्शक समझदार हो गए हैं, वो फिल्म के स्टारकास्ट से ज्यादा फिल्म के कंटेंट और कहानी को ज्यादा अहमियत देते हैं। अगर आपके कन्टेन्ट में दम है तो फिल्म जरूर चलेगी। नीरज सहाय अनुभवी निर्देशक हैं वह अपनी आगामी प्रोजेक्ट्स को लेकर उत्साहित हैं जिनका कॉन्टेंट कुछ अलग और नयापन से भरा है।