आओ मिलकर पर्यावरण बचाएं ।
वन संरक्षण अभियान चलाएं ।
कटते -घटते पेड़ों को बचाएं ।
बढ़ते हुए प्रदूषण पर काबू पाए ।
हर मांगलिक कार्यक्रम पर एक पेड़ जरूर लगाएं ।
बना हरी -भरी धरती माता की शान बढ़ाएं ।
पेड़ लगा उन्हें पाल -पोश कर अपना जीवन कृतज्ञ बनाएं ।
बहुत बड़ा उपकार है प्रकृति का कुछ तो बदला चुकाएं ।
नहीं उतार सकते धरती और माता का ऋण ।
पर दोनों की करके सेवा मानव धर्म निभाएं ।
स्वार्थ -सिद्धि छोड़कर कुछ नेक कर्म कर जाएं ।
आज नेकी घटती और बुराई बढ़ती जाएं।
नेक इंसान पर कदम-कदम पर मुसीबत आएं।
इस स्वार्थ सिद्ध जमाने में कोई ना साथ निभाए।
आओ मिलकर कुछ नया हम कर जाएं।
अपने गांव के पुराने पेड़ों की पेंशन करवाएं।
वृक्ष पेंशन अभियान से जुड़ जाएं।
वृक्ष देते सर्वस्व हमको उनकी रक्षा हेतु आगे आएं।
बिगड़ते प्रकृति के रूप को संवार जाएं।
प्रत्येक व्यक्ति अपने जीवन में दो- चार वृक्ष जरुर लगाएं।
जिसने दिया हमें सब कुछ, कुछ पल उन्हें भी दे जाएं।
कहें सुधा बच्चों को संस्कृति और संस्कार सिखाएं।
उन्हें पाश्चात्य संस्कृति का शिकार होने से बचाएं।
सबसे पहले अपनी मातृभाषा का ज्ञान कराएं।
देकर अच्छे संस्कार स्वामी विवेकानंद से होनहार बनाएं।
सत्य, अहिंसा, सद्भावना और भाईचारे का पाठ पढ़ाएं।
छोड़ कर दिखावा रीति- नीति का ज्ञान कराएं।
आओ मिलकर पर्यावरण को बचाएं।
वन संरक्षण अभियान चलाएं।
कटते -घटते पेड़ों को बचाएं ।
बढ़ते प्रदूषण पर काबू पाएं।
🌳 डॉक्टर सुधा यादव 🌳