प्रदेश संयोजक सचिन शर्मा(भोपाल), प्रदेश सह संयोजक आनंद राजपूत(गाडरवारा) नियुक्त हुए।
इटारसी ,देहली पब्लिक स्कूल, इटारसी में आयोजित तीन संभागों(भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर) की, एक दिवसीय संभागीय कार्यकर्ता बैठक में निर्वाचन अधिकारी अंशुमान सिंह, वरिष्ठ अधिवक्ता, जबलपुर के निर्देशन में प्रदेश वृक्षाचार्य कृष्णकांत जी पवार(उज्जैन) की अनुमति से सृष्टि सेवा संकल्प, मध्यप्रदेश के प्रदेश संयोजक सचिन शर्मा(भोपाल), प्रदेश सह संयोजक आनंद राजपूत(गाडरवारा) की घोषणा की एवं संभाग व जिला वृक्षाचार्य के निर्वाचन भी सम्पन्न हुए नर्मदापुरम संभाग का वृक्षाचार्य अखिलेश गुप्ता(DGM, SPM), जबलपुर संभाग वृक्षाचार्य डॉ उदय जी होमकर(SFRI जबलपुर), नर्मदापुरम जिला वृक्षाचार्य डॉ उमेश सेठा(यूरो सर्जन) निर्वाचित हुए।प्रदेश संयोजक सचिन शर्मा ने संभाग व जिलें के संयोजकों की घोषणा भी की। नर्मदापुरम संभाग संयोजक विनय मेहरा, नर्मदापुरम जिला संयोजक अर्पित, दीक्षित(इटारसी), नर्मदापुरम जिला सह संयोजक संजय श्रीवास्तव, हरदा जिला संयोजक विक्रम जी भाटी, जबलपुर संभाग संयोजक, मुकेश बसेडिया(गाडरवारा), जबलपुर संभाग सह संयोजक श्री आशीष जी सोनी(जबलपुर)।
परंपरा अनुसार वृक्ष पूजन व दीप प्रज्वलन से संभागीय कार्यकर्ता बैठक का शुभारंभ वरिष्ठ प्रचारक व वर्तमान में “सृष्टि सेवा संकल्प” के मार्गदर्शक प्रमोद झा एवं अंशुमान सिंह (वरिष्ठ अधिवक्ता, HighCourt जबलपुर) द्वारा किया गया।
अंशुमान सिंह ने कहा कि पूर्ण निस्वार्थ भाव से ही प्रकृति से जुड़ा जा सकता है स्वार्थ भाव से माँ की सेवा नहीं की जा सकती। जंगलों को आग से, कटने से बचाने व जंगलों को फिर से बनाने पर ज़ोर दिया। आपने जैव विविधता अधिनियम 2005 पर विस्तार से चर्चा की। जैव विविधता अधिनियम 2005 का पालन सुनिश्चित कराकर समितियों का गठन करवाना और
नेशनल हाईवे अथॉरिटी के परिपत्र में प्रावधानित राजमार्ग निर्माण की हर परियोजना की लागत के एक प्रतिशत के बराबर की राशि वृक्षारोपण के लिए आरक्षित की जाने के नियम का पालन सुनिश्चित कराने हेतु NHAI एवं अन्य शासकीय उच्चाधिकारियों से पत्राचार कर पालन करवाने आदि पर आपने विस्तार से चर्चा की।
“सृष्टि सेवा संकल्प” के संगठक व प्रचारक प्रशांत गुप्ता ने वृक्षों के प्रति समाज का भाव जागृत हो एवं वृक्षों को भी धरती पर हमारी तरह ही जीने का अधिकार हो इस पर अपने विचार रखें।
नर्मदापुरम के पर्यावरण प्रेमी एवं नर्मदा तट को वृक्षारोपण से हरा भरा करने वाले डी.एस डाँगी जी को अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया।
समापन सत्र में वरिष्ठ प्रचारक व सृष्टि सेवा संकल्प के मार्गदर्शक प्रमोद झा ने कहा कि शास्त्रों में वैज्ञानिकता है। वनों, वृक्षों व सृष्टि को लेकर शास्त्रों में जो जो लिखा है इस पर एक शोध केंद्र बनना चाहिए।
जैसे नक्षत्र वाटिका होती है इसी तरह कुटुंब वाटिकाओ का निर्माण करवाने हेतु समाज में अभियान चलाने पर विस्तार से चर्चा की।
सृष्टिसेवकों के साथ ही सभी प्रकृति प्रेमियों को भी एक “सृष्टि टूलकिट” वृक्षों की सेवा करने हेतु अपने चार पहिया वाहन में रखना चाहिये। जिससे हमारे आसपास एवं यात्रा के दौरान उपेक्षित वृक्षों की सेवा की जा सके।