ग़ज़ल
वक्त बे-वक्त ना आजमाया करो।
हर घड़ी युँ न हमको सताया करो।1
दूर रहना नहीं है....... गवारा हमें,
छोड़ तन्हा न तुम दूर जाया करो। 2
बात ही बात में रुठ जाते हो तुम,
हो वफ़ा प्यार तो तुम जताया करो।3
आग दिल में लगी है बड़ी जोर की,
अब न तूफ़ान दिल का दबाया करो।4
दिल जिगर जान तेरी सदा ही रही,
मोड़ कर मुँह न हमको जलाका करो। 5
योगेन्द्र कुमार निषाद, घरघोड़ा