बालिका विद्यालय में राष्ट्रीय मतदाता दिवस एवं बिन बेटी आंगन सूना कार्यक्रम का आयोजन




मताधिकार ही सबका बराबर का अधिकार है। यानी धनाढ्य और गरीब, पढ़े-लिखे और अशिक्षित सबको बराबर का अधिकार। हम सबको अपने मताधिकार के मूल्य को जानना भी चाहिए कि इसका हमारे और हमारी पीढ़ियों के विकास में क्या योगदान हो सकता है। हर साल राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया भी जाता है, पर यह केवल एक दिनचर्या का उत्सव बनकर न रह जाए बल्कि व्यावहारिक तल पर उतारा भी जाए, यही इसकी सार्थकता है। बालिका विद्यालय इंटरमीडिएट कॉलेज मोती नगर लखनऊ में आज राष्ट्रीय मतदाता दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानाचार्य डॉ लीना मिश्र, समस्त शिक्षिकाओं एवं छात्राओं द्वारा शपथ ली गई कि अनिवार्य और शुचितापूर्ण मतदान का वातावरण बनाकर देश के विकास में हम सब सक्रिय भागीदारी करेंगे। साथ ही छात्राओं द्वारा मतदान के महत्त्व को प्रदर्शित करते हुए स्लोगन और पोस्टर्स बनाए गए और इसके साथ ही छात्राओं ने मतदाता जागरूकता हेतु कलश सज्जा भी की। छात्राओं को मतदान के महत्त्व को विस्तार से बताया गया।

बेटी बिना आंगन सूना, कार्यक्रम के अंतर्गत भी विद्यालय में बालिका दिवस को केंद्र में रखकर अनेक प्रतियोगिताएं आयोजित हुईं। बालिकाओं से शिक्षा, संस्कृति और परंपराएं आगे बढ़ती हैं, यह बताते हुए प्रधानाचार्य डॉ लीना मिश्र ने बालिकाओं की सुरक्षा, शिक्षा और भागीदारी के संबंध में सरकार द्वारा चलाये जा रहे भिन्न अभियान और नीतियों की चर्चा की। भ्रूण हत्या, बाल हिंसा, कार्यस्थल पर महिलाओं का यौन उत्पीड़न, बालिका शिक्षा आदि के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत चर्चा करते हुए छात्राओं को बताया गया कि वे अपने अधिकारों को ही न जानें बल्कि कर्तव्यों के प्रति भी सजग रहें, स्वावलंबी होने के साथ साथ आत्मविश्वासी बनें।