राज्य संग्रहालय, लखनऊ की नवनिर्मित अवध वीथिका का लोकार्पण

 


लखनऊ ,राज्य संग्रहालय, लखनऊ की नवनिर्मित अवध वीथिका का  मंत्री, संस्कृति एवं पर्यटन विभाग, उ0प्र0 सरकार श्री जयवीर सिंह जी के द्वारा लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर निदेशक, राज्य संग्रहालय, लखनऊ डा0 सृष्टि धवन द्वारा मुख्य अतिथि  मंत्री, श्री जयवीर सिंह जी एवं अन्य अतिथियों का स्वागत किया गया। अवध वीथिका के सुदृढ़ीकरण एवं नवीनीकरण का कार्य रू0 171.80 लाख की धनराशि से कराया गया है। वीथिका में अवध की संस्कृति से सम्बन्धित मीनाकारी, ग्लासवेयर, बीदरी वेयर, टेक्सटाइल, मेटलवेयर, मिट्टी के खिलौने, वाद्ययन्त्र आदि का प्रदर्शन किया गया है। वीथिका में डिजिटल कियोस्क, टेबलेट्स एवं प्रोजेक्टर आदि आधुनिक तकनीकों का भी प्रयोग किया गया है। इन उपकरणों से दर्शकों का प्रदर्शों एवं अवध की कला एवं संस्कृति के विषय में अधिकतम् सूचना प्राप्त हो सकेगी। 

लोकार्पण के पश्चात अपने सम्बोधन में मंत्री, श्री जयवीर सिंह जी ने कहा कि संस्कृति विभाग, उ0प्र0 द्वारा प्रदेश की गौरवशाली संस्कृति के विविध प्रतिरूपों के संरक्षण हेतु सतत् प्रयास किये जा रहे हैं। संग्रहालयों के माध्यम से कलाकृतियों एवं पुरावशेषों का संग्रह कर उन्हें जनसामान्य के अवलोकनार्थ प्रदर्शित किया जा रहा है। संग्रहालय भ्रमण कर लोग विशेष रूप से बच्चे अपनी गौरवशाली संस्कृति से सहज रूप से परिचित होते हैं। प्रदेश सरकार द्वारा पुराने संग्रहालयों का उच्चीकरण तथा नये संग्रहालयों की स्थापना की जा रही है। इसी क्रम में आज प्रदेश के बृहत्तम संग्रहालय राज्य संग्रहालय, लखनऊ में अवध वीथिका का लोकार्पण किया गया है। अवध वीथिका में उत्तर प्रदेश के अवध क्षेत्र की कला एवं संस्कृति के विविध पक्षों को प्रदर्शित किया गया है। वीथिका में प्रदर्शन हेतु नयी तकनीकों का भी उपयोग कर इसे जनसामान्य के लिये अधिक सूचनात्मक बनाया गया है। 


प्रमुख सचिव, संस्कृति विभाग एवं पर्यटन श्री मुकेश कुमार मेश्राम ने अपने सम्बोधन में कहा कि संस्कृति विभाग द्वारा अपने सभी संग्रहालयों को उच्चीकृत किया जा रहा है। सभी संग्रहालयों में आधुनिक तकनीकों यथा आगमेन्टेड रियलिटि, वर्चुअल रियलिटि तथा थ्री0डी0 मैपिंग का प्रयोग कर इन्हें और अधिक रूचिकर तथा सूचनात्मक बनाया जायेगा। इसी क्रम में राज्य संग्रहालय, लखनऊ नव-निर्मित अवध में भी आधुनिक तकनीक का प्रयोग किया गया है। देश की भावी पीढ़ी बच्चों को अपनी गौरवशाली संस्कृति से परिचित कराने हेतु इन्हें संग्रहालयों का भ्रमण करने हेतु विशेष प्रयास किये जा रहे हैं, जिसके फलस्वरूप संग्रहालय का बड़ी संख्या में बच्चों द्वारा भ्रमण किया गया है। इन्हें अपनी सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के प्रति भी जागरूक किया जा रहा है। 


कार्यक्रम के अन्त में संग्रहालय की निदेशक, डा0 सृष्टि धवन ने मुख्य अतिथि, मंत्री, संस्कृति एवं पर्यटन विभाग, उ0प्र0 सरकार, श्री मुकेश कुमार मेश्राम, प्रमुख सचिव, संस्कृति एवं पयर्टन विभाग, उ0प्र0, प्रो0 मांडवी सिंह, कुलपति, भातखण्डे संस्कृति विश्वविद्यालय एवं सभागार में उपस्थित रहे सभी अधिकारियों तथा कर्मचारियों एवं पत्रकार बंधुओं के प्रति आभार ज्ञापित किया।