बीमारी का इलाज कराने से बेहतर उत्तम जीवन शैली और पौष्टिक आहार : डॉ जया श्रीवास्तव




प्रकृति का साहचर्य, संयम और व्यायाम बनाएगा निरोगी एवं दीर्घायु : डॉ लीना मिश्र




बालिका विद्यालय में अष्टम आयुर्वेद दिवस तथा विविध प्रतियोगिताओं का आयोजन


भगवान धन्वंतरि की जयंती पर बालिका विद्यालय में आज अष्टम आयुर्वेद दिवस का आयोजन किया गया। भारतीय पौराणिक दृष्टि से धनतेरस को स्वास्थ्य के देवता का दिवस माना जाता है। भगवान धन्वंतरि आरोग्य, सेहत, आयु और तेज के आराध्य देवता हैं। भगवान धन्वंतरि से आज के दिन प्रार्थना की जाती है कि वे समस्त जगत को निरोग कर मानव समाज को दीर्घायुष्य प्रदान करें। भगवान धन्वंतरि आयुर्वेद जगत के प्रणेता तथा वैद्यक शास्त्र के देवता माने जाते हैं। आदिकाल में आयुर्वेद की उत्पत्ति ब्रह्मा से ही मानते हैं। आदि काल के ग्रंथों में आयुर्वेदावतरण के प्रसंग में भगवान धन्वंतरि का उल्लेख किया गया है। आयुर्वेद मन, शरीर और आत्मा के बीच संतुलन बनाए रखता है जिससे मनुष्य की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ सके। आयुर्वेद के जनक भगवान धन्वंतरि के जन्मदिन को हम आज धनतेरस के रूप में मनाते हैं। धनवंतरी देवताओं के वैद्य माने जाते हैं। देवताओं और दानवों के बीच समुद्र मंथन में धनवंतरी का  प्राकट्य हुआ था। आज इस अवसर पर राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय की स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की प्रवक्ता डॉ जया श्रीवास्तव को मुख्य अतिथि के रूप में विद्यालय में आमंत्रित किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन उत्तरा सिंह एवं मंजुला यादव के निर्देशन में हुआ। कार्यक्रम का प्रारंभ मां सरस्वती के पूजन अर्चन के साथ हुआ। विद्यालय की प्रधानाचार्य डॉ लीना मिश्र ने बालिका विद्यालय परिवार की ओर से मुख्य अतिथि डॉ श्रीवास्तव को तुलसी का पौधा स्मृति चिन्ह के रूप में देकर उनका स्वागत किया। तत्पश्चात हर दिन हर किसी के लिए आयुर्वेद विषय पर संवाद  प्रारंभ हुआ। डॉ श्रीवास्तव ने छात्राओं को बहुत ही रोचक ढंग से आयुर्वेद क्या है और उसकी हमारे जीवन में क्या महत्ता है यह बताया। उन्होंने कहा कि हम रोगी होकर अस्पताल जाएं, इसके बजाय उत्तम जीवन शैली और पौष्टिक भोजन को अपनाकर रोग मुक्त होकर अपने उज्जवल भविष्य की ओर आगे बढ़े। इसी विषय को लेकर स्लोगन और पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। स्लोगन प्रतियोगिता में कक्षा 12 विज्ञान वर्ग की महिमा, प्रीति और रोशनी क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पर रहीं तथा पोस्टर प्रतियोगिता में कक्षा 12 की प्रीति, रोशनी और महिमा क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पर रही। डॉक्टर जया श्रीवास्तव और लायंस क्लब लखनऊ सुरभि के जोनल चेयरपर्सन सुमिता उप्रेती के द्वारा छात्राओं को सर्टिफिकेट प्रदान करके उन्हें सम्मानित किया गया।

इसके पश्चात दीपावली के पावन अवसर पर लायंस क्लब लखनऊ सुरभि द्वारा विद्यालय में दीपक सज्जा और रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता का आयोजन रागिनी यादव और मंजुला यादव  के निर्देशन में हुआ। दीपावली का पर्व हमें अंधेरे से उजाले की ओर ले जाता है। यह पर्व खुशी, उल्लास, उत्तम स्वास्थ्य, विश्वास, उन्नति और समृद्धि का प्रतीक है। इन्हीं सब विषयों पर जूनियर तथा सीनियर वर्ग की छात्राओं ने पूरे उल्लास के साथ प्रतिभाग किया। दीपक सज्जा प्रतियोगिता में कक्षा 7 की आफरीन, कक्षा 6 की इलमा और नूर सबा क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पर रही और सीनियर वर्ग में कक्षा 10 की आयुषी, कक्षा 9 की शालिनी पाल और शिल्पी यादव क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पर रहीं। रंगोली प्रतियोगिता में सीनियर वर्ग में कक्षा 12 की महिमा, प्रीति, सृष्टि तिवारी और कक्षा 9 की खुशी, नसरा क्रमशः प्रथम, द्वितीय, तृतीय तथा जूनियर वर्ग में कक्षा 7 की महक, कक्षा 8 की निर्मला, कल्पना और निधि क्रमशः प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर रही। इस अवसर पर लायंस क्लब लखनऊ सुरभि की जोनल चेयरपर्सन सुमिता उप्रेती तथा ट्रेजर सुषमा अग्निहोत्री का विद्यालय की प्रधानाचार्य डॉ लीना मिश्र द्वारा स्वागत किया गया। तत्पश्चात सुमिता उप्रेती एवं सुषमा अग्निहोत्री द्वारा समस्त छात्राओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इन दोनों ही कार्यक्रमों में विद्यालय की शिक्षिकाएं श्रीमती उमा रानी यादव, सीमा आलोक वार्ष्णेय, पूनम यादव, ऋचा अवस्थी, अनीता श्रीवास्तव, माधवी सिंह, प्रतिभा रानी, रितु सिंह उपस्थित थीं।