राष्ट्र पिता महात्मा गांधी जी के जीवन दर्शन को जीवांत रखने की दिशा मे नयी पीढी आगे आये-राजीव शर्मा(पूर्व आई.ए.एस.)
लखनऊ, आजादी आंदोलन के महानायक राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के जीवन दर्शन को जीवांत करनै की दिशा मे युवा वर्ग(नयी पीढी ) आगे आये यह ओजस्वी आवाह्न उ.प्र.सरकार के सवोच्य पदों पर तैनात रहे सेवानिवृत्त आई.ए.एस. श्री राजीव शर्मा ने आज आकश एंकलेव सोसायटी के सभागार मे गांधी जी की 154 वीं जयंती के उपलब्ध मे वसुधैव कुटुम्बकम न्यास कानपुर द्वारा आयोजित गांधीके जीवन दर्शन पर आधारित निवंध प्रतियोगिता पुरस्कार वितरण समारोह मे व्यक्त किये आपने कहा कि राष्ट्र पिता महात्मा गांधी व जय जवान जय किसान राष्ट्रीय उद्घोष के प्रणेता लालबहादुर शास्त्री जी के राष्ट्रीय निर्माण मे अमित योगदान व उनके अनुकरणीय सिद्धांतों ,त्याग तपस्या और सत्य अहिंसा जेसे मानवीय जीवन मूल्यों का आज की युवा पीढ़ी अनुसरण कर अपने देश को सशक्त सामृदशाली बनाएंगे आपने कहा कि देशके यशस्वी प्रधानमंत्री जी एवं उत्तर प्रदेश सरकार के लोकप्रिय मुख्यमंत्री जी के अथक प्रयासों से प्रदेश और देश वैश्विक स्तर पर अपनी सफलता का परचम लहरा रहा है।आपने कहा कि वसुधैव कुटुम्बकम न्यास द्वारा शास्त्री जी की पुण्यतिथि पर भी एक भव्य आयोजन प्रस्तावित है।
२ अक्टूबर २०२३, गाँधी जयन्ती पर आयोजित निबंध प्रतियोगिता के समूहवार परिणाम निम्न प्रकार से हैं :-
१. समूह क –
प्रथम पुरूस्कार – शिवांश सिंह
बी२/८०३ आकाश एन्क्लेव
लखनऊ
द्वितीय पुरूस्कार – कुमारी तुलिका श्रीवास्तव
डी१/२०१ आकाश एन्क्लेव
लखनऊ
तृतीय पुरूस्कार – कोई पात्र प्रतियोगी नहीं.
२. समूह ख –
प्रथम पुरूस्कार – दुष्यंत शर्मा
१५३ सी जी टी बी
नई दिल्ली
द्वितीय पुरूस्कार – कोई पात्र प्रतियोगी नहीं.
तृतीय पुरूस्कार – कोई पात्र प्रतियोगी नहीं.
३. समूह ग -
प्रथम पुरूस्कार – कुमारी सृष्टि सिंह
बी१/५०८ आकाश एन्क्लेव
लखनऊ
द्वितीय पुरूस्कार – कुमारी नंदिनी सिंह
तालबेहट ललितपुर
तृतीय पुरूस्कार – आशीष नामदेव
तालबेहट ललितपुर
सभी विजेताओं को प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया गया
समारोह मे आकाश एंकलेव सोसायटी अध्यक्ष आर.एल शुक्ला, इंजी.रवीन्द्र कुमार श्रीवास्तव, रघुवंश मणि शुक्ला, गणेश श्रीवास्तव आशीष श्रीवास्तव, पूर्व सोसाइटी प्रबंधक के.एन यादव पूर्व सचिव श्रवण कनोजिया, गौरव श्रीवास्तव आदि ने अपने विचार व्यक्त किए।
समारोह का शुभारंभ गांधी जी एवं लालबहादुर शास्त्री जी के चित्रों पर पुष्पांजलि अर्पित की गई।