अंतरराष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान के अध्यक्ष भदंत शांति मित्र जी का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ सम्पन्न हुआ
प्रदेश के उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य जी एवं पर्यटन मंत्री सहित विधान परिषद के कई सदस्यों ने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की
लखनऊ: 17 अक्टूबर, 2023 अंतरराष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान के अध्यक्ष भदन्त शांति मित्र जी का अंतिम संस्कार आज शाक्यमुनि बौद्ध विहार मवई पड़ियाना, सरोजनीनगर, लखनऊ में पूरे राजकीय सम्मान के साथ सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर विधान परिषद के कई सदस्यों, शासन प्रशासन के अधिकारीगण एवं बौद्ध अनुयायियों के अलावा भारी संख्या में उनके समर्थकों ने उन्हें अंतिम बिदाई दी। इस अवसर पर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य जी ने भदंत शांति मित्र जी के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उनको नमन करते हुए उप मुख्यमंत्री ने कहा कि भदंत शांति मित्र जी का जीवन सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उनका सम्पूर्ण जीवन बौद्ध धर्म के प्रचार प्रसार तथा समाज सेवा के लिए समर्पित था। वह उच्च कोटि के बौद्ध धर्म के ज्ञाता होने के साथ ही एक सरल हृदय के व्यक्ति थे। तथागत भगवान बुद्ध उनको अपने श्री चरणों में स्थान दें। प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह ने पूज्य भदंत शांति मित्र जी का अंतिम दर्शन कर उनके पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित किया। उन्होंने कहा कि भदंत शांति मित्र जी ने अपना सम्पूर्ण जीवन समाजसेवा, एकता, भाईचारा एवं पंथनिरपेक्ष समाज की स्थापना के लिए समर्पित किया था। अंतरराष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान लखनऊ के पद पर आसीन रहने के दौरान संस्थान निरन्तर विकास की ओर अग्रसर रहा। उन्होंने कहा कि उनका सम्पूर्ण जीवन आगे आने वाली पीढ़ी को सदैव प्रेरणा देता रहेगा। भगवान उन्हें अपने चरणों में स्थान दें। इस अवसर पर विधान परिषद सदस्य डा0 महेन्द्र सिंह, विधान परिषद सदस्य श्री गोविन्द नारायण शुक्ला तथा लालजी प्रसाद निर्मल, लखनऊ की महापौर सुश्री सुषमा खर्कवाल, हरगोविंद कुशवाहा उपाध्यक्ष,बौद्ध संस्थान, प्रमुख सचिव संस्कृति एवं पर्यटन श्री मुकेश कुमार मेश्राम, बौद्ध संस्थान के निदेशक डा0 राकेश सिंह, जिलाधिकारी लखनऊ श्री सूर्यपाल सिंह गंगवार के अलावा बौद्ध संस्थान के अधिकारी व कर्मचारी सहित भारी संख्या में गणमान्य नागरिक बौद्ध भिक्खु, उपासक, उपासिकायें, विभिन्न धर्मों के प्रतिनिधि, उ0प्र0 जैन विद्या शोध संस्थान के प्रो0 डा0 अभय कुमार जैन आदि उपस्थित रहे।