राष्ट्रधर्म पत्रिका के पूर्व संपादक वीरेश्वर द्विवेदी का निधन
लखनऊ 4 सितम्बर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक और राष्ट्रधर्म पत्रिका के पूर्व संपादक वीरेश्वर द्विवेदी का आज लखनऊ के लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में निधन हो गया। वह 78 वर्ष के थे।वह बीते कुछ दिनों से गुर्दे की बीमारी से पीड़ित चल रहे थे।
17 अगस्त 1945 को कानपुर देहात के राजपुर क्षेत्र के भाल ग्राम में जन्में श्री द्विवेदी ने अपने 52 वर्ष के संघ प्रचारक जीवन के दौरान विविध दायित्वों का निर्वहन किया।
अशोक सिंघल जी की प्रेरणा से प्रचारक बने वीरेश्वर जी विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मंत्री व मुख्य राष्ट्रीय प्रवक्ता रहे।श्री राम मंदिर आंदोलन में आपकी भी अहम भूमिका रहीं।
संपादक के तौर पर आपने-राष्ट्रधर्म, पथसंकेत और हिंदू विश्व पत्रिकाओं का संपादन किया। आपकी "संघ नीव में विसर्जित" पुस्तक के साथ ही लगभग 30 पुस्तक व अन्य पठन सामग्री प्रकाशित हो चुकी हैं। अंग्रेजी विषय में परास्नातक वीरेश्वर जी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के उत्तर प्रदेश के संगठन मंत्री और संघ के उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड के क्षेत्र प्रचार प्रमुख भी रहे। आपको पूर्व सर संघचालक राजेंद्र सिंह 'रज्जू भैया' जी के सानिध्य में लम्बे समय तक काम करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
आपने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के लखनऊ के पांचो लोकसभा चुनाव में संयोजक के तौर पर भी अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन किया।
प्रचारक जीवन से पूर्व आप उरई के एक महाविद्यालय में छात्रसंघ अध्यक्ष और कानपुर में दैनिक जागरण अखबार के सब एडिटर रहे।
वीरेश्वर जी का का अंतिम संस्कार कल मंगलवार को उनके पैतृक ग्राम भाल, कानपुर देहात में किया जाएगा।
उनका पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए आज शाम 7:00 से लखनऊ के राजेंद्र नगर स्थित प्रान्त संघ कार्यालय,भारती भवन में रहेगा।