राज्यपाल की अध्यक्षता में राजभवन में आयोजित हुआ ‘उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी सम्मान समारोह-2023‘
राज्यपाल ने 18 कलाकारों को किया सम्मानित
-----
एक भारत श्रेष्ठ भारत के अंतर्गत उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के संस्कृति विभाग ने सांस्कृतिक समन्वय के लिए किया एम0ओ0यू0
-----
दोनों राज्यों के लोकनृत्यों की प्रस्तुति ने समारोह में भरे विविधता के रंग
-----
अकादमी द्वारा संगीत और नृत्य की विविध परम्पराओं का संवर्द्धन सराहनीय
-----
दो राज्यों के बीच आज हुआ एम0ओ0यू0 दोनों प्रदेशों की सांस्कृतिक विरासत को मजबूत और सुदृढ़ करेगा
-----
अभिभावक अपने बच्चों को राज्य और समीपवर्ती प्रदेश में पर्यटन कराकर देश की संस्कृति का बोध कराएं
-----
अंतर्राज्जीय विश्वविद्यालय परस्पर खेल, नाट्य, सांस्कृतिक गतिविधियों, वाद-विवाद प्रतियोगिताओं में विद्यार्थियों का समागम कराएं
-राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल
-----
भारत में विविधता में एकता पूरे विश्व में अनुकरणीय
-संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री उ0प्र0 जयवीर सिंह
-----
नागरिकों का परस्पर आवागमन और सांस्कृतिक विस्तार और जुड़ाव भारत की एकता को बढ़ाता है
-संस्कृति, पर्यटन, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री म0प्र0 सुश्री ऊषा ठाकुर
-----
लखनऊः 13 जून, 2023
प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में आज यहाँ राजभवन के गांधी सभागार में ‘‘उ0प्र0 संगीत नाटक अकादमी सम्मान‘‘ समारोह-2023 भव्य सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ सम्पन्न हुआ। राज्यपाल जी ने चयनित 18 कलाकारों को समारोह में उनके संगीत-नाट्य और नृत्य कलाओं के अंतर्गत विविधतापूर्ण अविस्मरणीय योगदान के लिए सम्मानित किया। समारोह का एक और मुख्य आकर्षण ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत‘ के अंतर्गत उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के संस्कृति विभाग के मध्य एम0ओ0यू0 का हस्ताक्षरित होना रहा। राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल, संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री उत्तर प्रदेश श्री जयवीर सिंह, संस्कृति, पर्यटन एवं धर्मस्व मंत्री मध्य प्रदेश सुश्री ऊषा ठाकुर की गरिमामयी उपस्थिति में प्रमुख सचिव संस्कृति विभाग उ0प्र0 श्री मुकेश मेश्राम तथा प्रमुख सचिव संस्कृति एवं पर्यटन विभाग म0प्र0 श्री शेखर शुक्ला ने दोनों राज्यों की सांस्कृतिक साझेदारी के लिए परस्पर एम0ओ0यू0 हस्ताक्षरित किए।
समारोह में दोनों राज्यों के कलाकारों, मनोहारी लोकनृत्यों की प्रस्तुति ने भारत की विविधतापूर्ण संस्कृति के रंग प्रस्तुत किए।
इस अवसर पर समारोह को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल जी ने कहा कि उ0प्र0 संगीत नाटक अकादमी द्वारा संगीत और नृत्य कलाओं की विविध परम्पराओं का संवर्द्धन सराहनीय है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के बीच आज हुआ एम0ओ0यू0 दोनों प्रदेशों की सांस्कृकित विरासत को मजबूत और सृदृढ़ करेगा। राज्यपाल जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश एक विशाल सांस्कृतिक क्षेत्र है, जिसकी विविध समृद्ध सांस्कृतिक परम्पराओं के प्रशिक्षण एवं सवर्द्धन के लिए निरंतर कार्य करना आवश्यक है। राज्यपाल जी ने इसी क्रम में मध्य प्रदेश में अपने राज्यपाल के कार्यकाल और वर्तमान में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल होने पर दो राज्यों की सांस्कृतिक विरासत को समझने के अनुभव भी साझा किए। उन्होंने कहा कि दोनो प्रदेशों की एक मिली-जुली संस्कृति है।
संस्कृति और कला के विस्तार पर चर्चा करते हुए राज्यपाल जी ने कहा कि अभिभावकों को अपने बच्चों के साथ राज्य के भीतर और समीपवर्ती राज्यों तक यथासम्भव अपने बच्चों के साथ पर्यटन करना चाहिए, जिससे बच्चे देश की सांस्कृतिक विविधता और कलात्मकता को आत्मसात कर सकें। उन्होंने देश के राज्यों में विश्वविद्यालयों द्वारा भी परस्पर खेलकूद, नाट्य सांस्कृतिक गतिविधियों, वाद-विवाद प्रतियोगिताओं का आयोजन कराकर विद्यार्थियों का समागम कराने की चर्चा भी की।
इस अवसर पर समारोह को सम्बोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री, श्री जयवीर सिंह ने कहा कि भारत में विविधता में एकता पूरे विश्व के लिए अनुकरणीय हैै। उन्होंने मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के मध्य सांस्कृतिक साझेदारी के लिए हुए एम0ओ0यू0 पर प्रसन्तना व्यक्त की और कहा कि दोनो प्रदेशों की संस्कृतियों में आपस में काफी जुड़ाव है। दोनांे प्रदेशों में लोकगीतों, लोकनृत्यों में भी काफी समानता है। उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश के अनेक नागरिक उत्तर प्रदेश में और उत्तर प्रदेश के अनेक मध्य प्रदेश में प्रशासनिक पदों पर आसीन हैं।
मध्य प्रदेश की संस्कृति पर्यटन मंत्री, सुश्री ऊषा ठाकुर ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अभिनव पहल एक भारत श्रेष्ठ भारत के तहत आज उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के मध्य हुई सांस्कृतिक साझेदारी पर प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि एक साथ मिलकर कार्य करने से कई विकल्प खुलेंगे।
कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी द्वारा इस वर्ष जिन 18 कलाकारों को पुरस्कार के लिए चयनित किया गया उनमें डॉ0 पूर्णिमा पाण्डेय-कथक नृत्य, उस्ताद युगांतर सिंदूर-उपशास्त्रीय एवं सुगम गायन, श्री कंुवरजी अग्रवाल-रंगमंच समीक्षा, श्रीमती उर्मिला श्रीवास्तव-लोक गायन, डॉ0 चन्द्रप्रकाश द्विवेदी-नाट्य निर्देशन, श्री विपुल कृष्णा नागर-नाट्य निर्देशन, महन्त प्रो0 विश्म्भरनाथ मिश्र-संगीत कला उन्नयन, महाराज डॉ0 अनंत नारायण सिंह-संगीत कला उन्नयन, डॉ0 बृजेश्वर सिंह-नाटक कला उन्नयन, डॉ0 शरदमणि त्रिपाठी-शास्त्रीय गायन, डॉ0 ब्रह्मपाल नागर-रागिनी लोकगायन, पं0 रामेश्वर प्रसाद मिश्र-शास्त्रीय गायन, श्री विशाल कृष्णा-कथक नृत्य, श्री भूरा यादव(राकेश)-राई लोकनृत्य, श्री अनिल मिश्रा ‘गुरू जी‘-नाट्य निर्देशन, श्री अष्टभुजा मिश्र-नौटंकी अभिनय एवं निर्देशन, पं0 विनोद लेले-तबला वादन एवं श्री फतेह अली खां को शहनाई वादन के लिए सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राज्यपाल डॉ0 सुधीर महादेव बोबडे, राजभवन के अधिकारी एवं कर्मचारी, संगीत नाटक अकादमी के कलाकार, अधिकारीगण, मध्य प्रदेश से आए संस्कृति विभाग के कर्मचारी तथा अन्य लोग उपस्थित थे
----------