शिक्षा सर्वाेत्तम निवेश है - दीपक कुमार अपर मुख्य सचिव माध्यमिक तथा बेसिक शिक्षा
प्रदेशभर के चुनिंदा शिक्षकों को दिया जा रहा गणित, अंग्रेजी और विज्ञान रोचक ढंग से पढ़ाने का प्रशिक्षण लखनऊ: दिनांक: 19 मई, 2023 उत्तर प्रदेश की माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा लखनऊ में माध्यमिक स्तर पर गणित, अंग्रेजी तथा विज्ञान विषयों के शिक्षण को बेहतर बनाने के लिए शिक्षकों के समूह राज्य रिसोर्स ग्रुप (एसआरजी) की वर्कशॉप का आयोजन किया जा रहा है। इस दो दिवसीय कार्यशाला के दूसरे दिन अपर मुख्य सचिव माध्यमिक तथा बेसिक शिक्षा दीपक कुमार, विशेष सचिव माध्यमिक शिक्षा जीएस नवीन, महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरण आनंद तथा देशभर से आए विशेषज्ञों द्वारा शिक्षकों को बेहतर शिक्षण संबंधी अनेक टिप्स दिए गए। राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद की ओर से लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित की जा रही दो दिवसीय कार्यशाला को संबोधित करते हुए अपर मुख्य सचिव माध्यमिक तथा बेसिक शिक्षा दीपक कुमार द्वारा प्रतिभागी शिक्षकों से अपेक्षा की कि वे दूर-दराज के क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को पहुंचाने का नेतृत्व करें। उन्होंने कहा कि शिक्षा सर्वाेत्तम निवेश होता है इसलिए हमें बच्चों को सिखाने के लिए बेहतर परिवेश का निर्माण करना होगा। बेहतर शिक्षण परिवेश निर्माण के लिए चलाए जा रहे ऑपरेशन कायाकल्प एवं ऑपरेशन अलंकार के माध्यम से आधारभूत ढांचे का निर्माण, कुशल शिक्षण तथा टेक्नोलॉजी की उपलब्धता को प्रदेश भर के विद्यालयों में सुनिश्चित किया जा रहा है। वंचित वर्ग के बच्चों को इसका भरपूर लाभ मिल सके इसके लिए एसआरजी समूह के सदस्य उत्तरदायी बनें। अपर मुख्य सचिव ने कहा कि बच्चों को अपने विषय के प्रति रुचि जगाना शिक्षक का मुख्य कर्तव्य है। शिक्षकों को चाहिए कि वह लर्निंग आउटकम का उपयोग बच्चों की समस्याओं के समाधान तथा उनके बेहतर भविष्य निर्माण के लिए करें। एससीईआरटी एवं उसकी इकाइयों द्वारा माध्यमिक शिक्षकों हेतु शिक्षक संदर्शिका एवं सत्र योजना तैयार कराई जा रही है, जो शीघ्र ही उन्हें प्राप्त करा दी जाएगी। उन्होंने शिक्षकों को इस बात के लिए भी आश्वस्त किया कि कार्यशाला के दौरान उनके द्वारा दिए जाने वाले महत्वपूर्ण तथा उपयोगी सुझावों पर शासन द्वारा शीघ्र सकारात्मक निर्णय लिए जाएंगे। क्योंकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार शिक्षा के क्षेत्र में कायाकल्प के लिए प्रतिबद्ध है। प्रदेश सरकार शिक्षा के क्षेत्र में असर तथा नीति आयोग की रिपोर्ट में प्रदेश को उत्कृष्ट बनाना चाहती है। सत्र को संबोधित करते हुए महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरण आनंद ने कहा कि शिक्षक कार्यशाला से स्वयं तो लाभान्वित हों साथ ही अपने जनपदों में लौट कर अपने साथी शिक्षकों को भी उचित अनुसमर्थन प्रदान करें जिससे माध्यमिक शिक्षा की गुणवत्ता में उत्तरोत्तर वृद्धि हो। स्कूली शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए क्लासरूम गतिविधियों को रोचक और शैक्षिक क्रियाकलापों को मनमोहक बनाना होगा। जिससे स्कूली शिक्षा के प्रति बच्चों की रुचि तथा उत्साह और अधिक बढ़े। डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है उत्कृष्ट सूचनाओं को बच्चों तक पहुंचाने में मददगार बनें। एसआरजी शिक्षक उत्तर प्रदेश की स्कूली शिक्षा को बेहतर बनाने में नया कीर्तिमान स्थापित करेंगे। शिक्षक अपनी सेवाएं निश्चिंत होकर दे सकें इसके लिए विभाग की अधिकांश सेवाओं को ऑनलाइन किया जा रहा है। प्रदेश स्तर पर विद्या समीक्षा केंद्र स्थापित है जिनके माध्यम से प्रत्येक 3 माह में शिक्षकों का मूल्यांकन किया जाएगा। विभाग में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए मानव संपदा पोर्टल का उपयोग किया जा रहा है। राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद की निदेशक डॉ.अंजना गोयल ने अतिथियों तथा विशेषज्ञों का स्वागत किया। चैटबॉट के प्रयोग के सम्बन्ध में कन्वेजीनियस, जी0डी0आई0 संस्था की प्रतिनिधि अर्पिता पाठक द्वारा प्रस्तुतीकरण किया गया। इम्बाइब संस्था के उपाध्यक्ष देवेन्द्र गौर द्वारा डिजिटल लर्निंग के प्रयोग एवं महत्व पर प्रकाश डाला गया। खान एकेडमी की सीनियर प्रोग्राम लीड प्राची लूथरा द्वारा विज्ञान एवं गणित के सम्बन्ध में तथा आई-ड्रीम संस्था के अंकित बंसल एवं यूनिसेफ के शिक्षाशास्त्री रविराज दयाल द्वारा कैरियर काउन्सिलिंग के सम्बन्ध में पंख पोर्टल के प्रयोग के सम्बन्ध मंे जानकारी दी गयी। साथ ही मंत्रा फॉर चेंज की सह संस्थापक खुशबू अवस्थी द्वारा एस0आर0जी0 को मोटिवेट करते हुए बहुत रुचिपूर्ण गतिविधियाँ करायी गयीं। विशेषज्ञ के रूप में शामिल रोहित त्रिपाठी अपर राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा द्वारा दीक्षा पोर्टल के संबंध में प्रस्तुतीकरण दिया गया। राज्य विज्ञान शिक्षा संस्थान प्रयागराज की प्रवक्ता ममता दुबे, राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त शिक्षक विकास कुमार प्रवक्ता गणित, वंदना तिवारी प्रवक्ता अंग्रेजी, अभिप्रेरणा एवं नेतृत्व क्षमता विषय पर अनंत वीर दास महाराज अक्षयपात्र, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर डॉ. हरीश मीणा एसोसिएट प्रोफेसर एनसीईआरटी नई दिल्ली द्वारा प्रस्तुतीकरण किया गया। इस अवसर पर विशेष सचिव माध्यमिक शिक्षा जी0एस0 नवीन, विभाग के उच्च अधिकारीगण सहित कार्यशाला में प्रत्येक जनपद के जिला विद्यालय निरीक्षक एवं सह जिला विद्यालय निरीक्षक तथा गणित, विज्ञान एवं अंग्रेजी विषय के 450 एस0आर0जी0 (शिक्षक) को सम्मिलित करते हुए लगभग 600 प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।