"स्वैच्छिक संस्थाओं के साझा समूह ने ‌किया राज्य स्तरीय संवाद", आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश की संकल्पना और स्वयंसेवी संगठनों की भूमिका
"स्वैच्छिक संस्थाओं के साझा समूह ने ‌किया राज्य स्तरीय संवाद" आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश की संकल्पना और स्वयंसेवी संगठनों की भूमिका विषय पर स्वयंसेवी संस्थाओं के साझ समूह(UNGO) ने आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश की संकल्पना में एनजीओ की भूमिका विषय पर भारतीय मजदूर संघ के ठेंगड़ी भवन में संविधान निर्माता आंबेडकर जी की जयंती के अवसर पर राज्य स्तरीय एनजीओ संवाद का आयोजन किया। जिसमें विभिन्न जिलों से स्वैच्छिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों एवं सामजिक कार्यकर्त्ताओ ने सहभागिता की। यूएनजीओ ग्रुप प्रमुख‌ सतीश पुरोहित ने कहा कि कोरोना के बाद की वैश्विक परिदृश्य आए परिवर्तन ने स्वैच्छिक कार्ययोजना ‌के साथ‌ आत्मनिर्भरता के संवहनीय और सतत प्रयासों के माध्यम से सामुदायिक विकास के विभिन्न आयामों पर कार्य करने के लिए स्वयंसेवी संगठनों को मजबूर कर दिया है इस लिए वह अपनी कार्यशैली में परिवर्तन करें तभी वह सस्टेनेबल हो सकतें हैं, उन्होंने कहा कि संस्थाओ को मात्र डोनर एजेंसी और शासन से प्राप्त होने वाले फण्ड के अलावा भी स्वसंकल्पना से कार्य करना होगा। तभी उनके प्रयासों को जनसमुदाय में पहचान और विषेशज्ञता रोल मॉडल बन सकते हैं। डॉ. आलोक चौबे द्वारा विषय प्रवर्तन करते हुए आत्मनिर्भरता के आवश्यक मापदंडों के लिए कार्यक्षेत्र की क्षेत्रीय,सांस्कृतिक, कृषि एवं रोजगार अनुरूप क्षमता एवं संसाधन आंकलन करने की प्रविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की। ताकि स्वयं सेवी संस्थाए अपनी विशेषज्ञता स्थापित कर क्षेत्र और समुदाय के लिए विकास के उचित गतिविधियां करें।
आयकर विभाग से आई टी ओ एक्जम्पशन संतोष निगम द्वारा संस्था संचालन हेतु आयकर विभाग के द्वारा चलायी जा रही विभिन्न सुविधाओं , आवश्यक प्रावधानों एवं सीएसआर. फण्ड के लिए किये जाने वाले प्रयासों एवं प्रक्रियांओं के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की इस अवसर पर परिकल्पना मेडिकल एवं चेरिटेबल संस्था के डॉ. जे.पी पालीवाल ने सामजिक कार्यों हेतु स्व संकल्पना विषय पर प्रकाश डाला। संचार विशेषज्ञ साबिर इकबाल ने एडवोकेसी एवं जागरूकता अभियान में स्थानीय रचनात्मक सामग्री और मीडिया की भूमिका पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संयोजन एवं संचालन रघुनन्दन विश्वकर्मा ने करते हुए बताया कि आगामी कार्यक्रम में प्रदेश की विभूतियों की स्मृति में अच्छा कार्य करने वाली संस्थाओं का सम्मान किया जाएगा कार्यशाला में साइन, संस्था से डॉ प्रिया जैन , सोना सोसायटी से महेंद्र शर्मा, बैठक द आर्ट हाउस से सुरेखा कामले ,पैरामाउंट संस्था से संदीप दुबे ,कैट की म.प्र.कनविनर मंजरी श्रीवास्तव आदि ने अपने विचार रखे । कार्यशाला में मध्य प्रदेश , उत्तर प्रदेश एवं गुजरात की स्वयं संस्थाओं के प्रतिनिधियों एवं सामजिक कार्यकर्ताओं ने शिरकत की।