साहित्यिक नगरी प्रयागराज में अखिलेश कुमार श्रीवास्तव का हुआ सम्मान
आयोजन मैन ऑफ सेक्रेटेरिएट अखिलेश कुमार श्रीवास्तव को साहित्यिक नगरी प्रयागराज में मिली साहित्य की डायरेक्ट्रेट उपाधि "विद्यावाचस्पति"
लेख संग्रह "कसमसाहट की निगहबानी" के लिए अखिलेश श्रीवास्तव को मिला "साहित्य गौरव सम्मान"
साहित्य साधक, यथार्थवादी लेखक, आयोजन मैन ऑफ सेक्रेटेरिएट के नाम से चर्चित, दो पुस्तकों के रचनाकार एवं संपादक सचिवालय दर्पण अखिलेश कुमार श्रीवास्तव को सांस्कृतिक कला संगम एकेडमी द्वारा प्रयागराज में श्री वेणी माधव मंदिर दारागंज प्रयागराज के प्रांगण में आयोजित साहित्यकार अभिनंदन अलंकरण समारोह के मुख्य अतिथि लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष एवं ग्रामोदय विश्वविद्यालय चित्रकूट के पूर्व कुलपति प्रोफ़ेसर केबी पांडे के कर कमलों द्वारा साहित्य की डायरेक्ट्रेट उपाधि "विद्यावाचस्पति सारस्वत साहित्य सम्मान" से अलंकृत किया गया है। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे त्रिवेणी संस्कृत महाविद्यालय प्रयागराज के पूर्व प्राचार्य डॉ शंभू नाथ नाथ त्रिपाठी, विशिष्ट अतिथि डॉ बालकृष्ण पांडे अध्यक्ष राष्ट्रीय रामायण मेला श्रंग्वेरपुर धाम प्रयागराज, डॉ मुनीश्वर मिश्र भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ, डा कृष्णमणि चतुर्वेदी सरिता लोक सेवा संस्थान सुल्तानपुर की गरिमामय उपस्थिति में पवन प्रभात साहित्य मंच प्रयागराज द्वारा श्री वेणी माधव मंदिर दारागंज प्रयागराज के प्रांगण में यथार्थवादी लेखक अखिलेश कुमार श्रीवास्तव को उनके लेख संग्रह "कसमसाहट की निगहबानी" के लिए "साहित्य गौरव सम्मान" से नवाजा गया है। इस अवसर पर मंचासीन विशिष्ट विभूतियो द्वारा डॉ भगवान प्रसाद उपाध्याय प्रतापगढ़ की बाल कविता संग्रह परी और पीहू, डॉ गीता पांडे अपराजिता रायबरेली के दोहा संग्रह दोहा कलश का लोकार्पण व सचिवालय की साहित्यिक एवं सांस्कृतिक पत्रिका सचिवालय दर्पण का लोकावलोकन भी कराया गया। सुश्री माधुरी डड़सेना "मुदिता" धामतरी, छत्तीसगढ़, जयप्रकाश तिवारी लखनऊ, रामनाथ साहू ननकी सक्ती छत्तीसगढ़, प्रकाश शर्मा प्रयागराज, डॉ जयप्रकाश तिवारी लखनऊ, सर्वेश कांत वर्मा एवं अनिल कुमार वर्मा सुल्तानपुर, अखिलेश कुमार श्रीवास्तव लखनऊ सहित 51 पुस्तकों के रचनाकार जय प्रकाश शर्मा प्रयागराज सहित कई रचनाकारों को कथा साहित्य, विद्यावाचस्पति, साहित्य गौरव सम्मान से अलंकृत किया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ राजेंद्र शुक्ल एवं समारोह में पधारे अतिथियों एवं साहित्यकारों का स्वागत डॉ वीरेंद्र सिंह कुसुमाकर किया डॉ वीरेंद्र सिंह कुसुमाकर ने जानकारी दी।