ब्राह्मणों के अधिकार को लेकर प्रदेश एवं केन्द्रीय नेतृत्व से जल्द मिलकर करेगें वार्ता : पंडित सुनील भराला
राष्ट्रीय परशुराम परिषद ने भरी हुंकार, जिसकी जितनी हिस्सेदारी उसकी उतनी भागीदारी: पंडित संजय मिश्रा
पश्चिमी के 10 जिलों में ब्राह्मणों की सत्ता में जीरों भागीदारी, समाज को चाहिए उचित हिस्सेदारी : पंडित पुनीत वशिष्ठ
राष्ट्रीय परशुराम परिषद ने अन्तराष्ट्रीय गोल्ड मेडल विजेता एथलीट सुश्री सरिता शर्मा को किया सम्मानित
मेरठ। राष्ट्रीय परशुराम परिषद पश्चिमी उत्तर प्रदेश की क्षेत्रीय कार्यकारिणी की बैठक आज दिनांक 02-04-2023 को हारमनी इन होटल, गढ़ रोड़ जनपद मेरठ में सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता राष्ट्रीय परशुराम परिषद के क्षेत्रीय अध्यक्ष श्री पुनीत वशिष्ठ जी एवं बैठक का संचालन राष्ट्रीय परशुराम परिषद के क्षेत्रीय महामंत्री श्री राकेश शर्मा जी ने किया। मुख्य अतिथि के रूप में संस्थापक संरक्षक राष्ट्रीय परशुराम परिषद व निं. अध्यक्ष / राज्यमंत्री श्रम कल्याण परिषद उत्तर प्रदेश सरकार पंडित श्री सुनील भराला जी एवं विशेष अतिथि के रूप में राष्ट्रीय परशुराम परिषद के प्रदेश अध्यक्ष श्री संजय मिश्रा जी पहुचें। बैठक में परिषद के आगामी कार्यक्रमों व अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई।
राष्ट्रीय परशुराम परिषद के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष श्री संजय मिश्रा ने बैठक में बोलते हुए कहां कि उनके अनुसार ब्राह्मण समाज की स्थिति दयनीय है, यह बात आज ध्यान में आई है। विगत कुछ समय पूर्व भारी संख्या में बैकों के चेयरमैन बनायें गये, परंतु ब्राह्मण समाज को नेतृत्व नहीं दिया गया। उदाहरण के तौर पर सहारनपुर में जीरों है, मुजफरनगर में जीरों है, बागपत में जीरों है, मेरठ में भी जीरों के समान ही 01 रिजल्ट है परंतु वह भी विचारधीन है, शामली में जीरों, गौतमबुद्धनगर में जीरों, सम्भल में जीरों, बिजनौर में जीरों आदि जिलों की हालत खराब है।
बताया कि ब्राह्मण समाज से गौतमबुद्धनगर में 01 सांसद परंतु विधायक जीरों और सरकार में कोई हिस्सेदारी नहीं, गाजियाबाद में 01 विधायक, बुलंदशहर में 02 विधायक, हापुड़ में जीरों, मेरठ में जीरों, बागपत में जीरों, सहारनपुर में जीरों, शामली में जीरों, बिजनौर में जीरों, मुरादाबाद में जीरों, सम्भल में जीरों, रामपुर में जीरों, अमरोहा में जीरों आदि ब्राह्मण समाज के जनप्रतिनिधियों की सरकार में कोई भागीदारी नहीं है।
परिषद के क्षेत्रीय अध्यक्ष मेरठ प्रांत श्री पुनित वशिष्ठ ने बैठक में यह भी मांग उठाई कि जितनी ब्राह्मण समाज की भागीदारी है, सरकार ब्राह्मण समाज को उतनी हिस्सेदारी दें ओर पार्टी में सगंठन में कार्य कर रहे पदाधिकारियों की भी भूमिका तय होनी चाहिए । कहां कि आगामी निकाय चुनाव व लोकसभा चुनाव में उचित हिस्सेदारी मिलनी चाहिए । तकरीबन 95% ब्राह्मण समाज बीजेपी को एकमुश्त वोट करता आ रहा है, यदि ब्राह्मण समाज को उचित हिस्सेदारी नहीं दी जाती है तो कि ब्राह्मण समाज अपना आगामी निर्णय करने के लिए स्वयं स्वतंत्र होगा।
परशुराम स्वाभिमान सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित अजय भारद्वाज ने युवाओं के बेरोजगारी एवं सनातन हिन्दुओं की बात की और समाज में हो रहे अत्याचार तथा उत्पीड़न रोकने में अधिकारियों के ऊपर बोलते हुए कहां कि सरकार को इस ओर ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता है।
राष्ट्रीय परशुराम परिषद के क्षेत्रीय अध्यक्ष मेरठ प्रांत श्री पुनित वशिष्ठ ने बैठक में समाज के हिस्सेदारी की बात करते हुए कहां कि भारतीय जनता पार्टी संगठन एवं सरकार में ब्राह्मण समाज की जितनी हिस्सेदारी है, उतनी सरकार एवं संगठन में नही मिल रही है। संगठन को इस तरफ ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता है।
मुख्य अतिथि के रूप में पहुचें संस्थापक / संरक्षक राष्ट्रीय परशुराम परिषद व नि. अध्यक्ष / राज्यमंत्री श्रम कल्याण परिषद उत्तर प्रदेश सरकार पंडित श्री सुनील भराला जी ने बैठक में सगंठन पर जोर देते हुए कहां कि समाज में लोक कल्याण के हित में सनातन हिन्दुओं में भगवान श्री परशुराम जी के जीवन चरित्र को लेकर विगत 08 वर्षो से 18 कुलपति, 36 प्रोफेसर को लेकर राष्ट्रीय शोध पीठ के अध्यक्ष श्री केवी कृष्णन (चेन्नई) जी व राष्ट्रीय शोध पीठ के सयोंजक दिल्ली विवि के प्रोफेसर डा. वेदवतृ तिवारी सहित शोध पीठ ने भगवान श्री परशुराम जी की जन्मभूमि जानापाउ जनपद इंदौर (मध्य प्रदेश) में घोषित हुई, जिसमें भगवान श्री परशुराम जी की तपो और साधना बाल जीवन 25 स्थानों की भी खोज हुई है, जिसमें राष्ट्रीय शोध पीठ, विद्वान आदि के द्वारा युद्ध स्तर पर काम हो रहा है। श्री भराला ने आगे बताया कि भगवान श्री परशुराम कुंड तीर्थ अरूणाचल प्रदेश में मार्गो का चौड़ीकरण एवं रेलवे लाईन बिछाने का कार्य भी सरकार में तेज गति के साथ प्रगितिशील है । साथ-साथ मेरठ परशुरामेश्वर मंदिर पुरा महादेव गांव में श्री परशुराम धाम की भी स्थापना समाज के द्वारा कराई जा रही है । श्री भराला ने “ब्राह्मण समाज के भारतीय जनता पार्टी में जितनी हिस्सेदारी है, उतनी सरकार एवं संगठन में नहीं है" मुद्दे पर बोलते हुए कहां कि जल्द प्रदेश एवं केन्द्रीय नेतृत्व से वार्ता कर समाज की बात को आगे बढ़ाया जायेगा और केन्द्रीय संगठन को सभी बातों से अवगत कराया जायेगा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण समाज की स्थिति दयनीय है। श्री भराला ने बताया कि बैठक में संगठन के पदाधिकारियों जिन मुददों को उठाया है, उसका जल्द से जल्द निस्तारण कराया जायेगा ।
कार्यक्रम के उपरांत राष्ट्रीय परशुराम परिषद के पदाधिकारियों ने अन्तराष्ट्रीय गोल्ड मेडल विजेता एथलीट सुश्री सरिता शर्मा को शॉल पहनाकर स्मृति चिन्ह एवं मेडल देकर सम्मानित किया। श्री भराला ने सुश्री सरिता को उज्जवल भविष्य की शुभकामनां दी।
बैठक में मार्गदर्शक मण्डल में श्री डी. डी. शर्मा, श्री धर्मवीर कपिल, राष्ट्रीय परशुराम परिषद राष्ट्रीय सह-सर्योजक श्री विनय शर्मा, आईटी प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय सयोंजक श्री अनुज शर्मा, श्री विनोद शर्मा, परशुराम शक्ति वाहिनी की क्षेत्रीय उपाध्यक्ष पूनम शर्मा, गौरव शर्मा, श्री अंशुल शर्मा, श्री सुनील दत्त शर्मा, श्री राजकुमार कौशिक, श्री प्रदीप शर्मा, श्री राजेश शर्मा, श्रीमती नीलू शर्मा आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।