बुंदेलखंड की कंठ कोकिला के नाम से प्रसिद्ध बुंदेली लोक गायिका उर्मिला पांडे को लोक संगीत में विशेष योगदान के लिए वर्ष 2019 के संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार
नई दिल्ली में राष्ट्रपति के हाथों मिला सम्मान
एक लाख नकद, ताम्रपत्र, व अंगवस्त्रम से हुई सम्मानित
नई दिल्ली। बुंदेलखंड की कंठ कोकिला के नाम से प्रसिद्ध बुंदेली लोक गायिका उर्मिला पांडे को लोक संगीत में विशेष योगदान के लिए वर्ष 2019 के संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने विज्ञान भवन नई दिल्ली में अलंकरण समारोह में श्रीमती पांडे को ताम्रपत्र, अंगवस्त्रम और एक लाख रुपए की पुरस्कार राशि से सम्मानित किया। इस अवसर पर केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी. किशन रेड्डी और राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में संगीत, नृत्य, रंगमंच, कठपुतली कला और प्रदर्शन कला में समग्र योगदान के लिए वर्ष 2019, 2020 और 2021 के अकादमी पुरस्कार से 128 विभूतियों को सम्मानित किया गया। उर्मिला पांडे लगभग ४ दशक से बुंदेली लोकगायकी को जीवित रखे हुए हैं। एक समय बुंदेली लोकगीतों के सम्राट कहे जाने वाले स्व. देशराज पटेरिया के साथ उनके लोकगीतों को सुनने के लिए अपार भीड़ होती थी। सुश्री पांडे को इससे पहले मप्र सरकार के सरोज सुन्दरम पुरस्कार सहित अनेकों सम्मान मिल चुके हैं। पेशे से संगीत शिक्षिका उर्मिला पांडे को बुंदेलखंड की कंठ कोकिला कहा जाता है।