लखनऊः 30 जून, 2020
उत्तर प्रदेश के दुग्ध विकास मंत्री श्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने विभागीय अधिकारियों से प्रदेश में दुग्ध उत्पादकों के हित में दुग्ध समितियों की सदस्यता का अधिक से अधिक विस्तार किये जाने और किसानों के दुग्ध मूल्य का भुगतान ससमय और उचित मूल्य पर किये जाने के निर्देश दिए हैं। श्री चौधरी ने कहा कि दुग्ध व दुग्ध उत्पादों की बिक्री में वृद्धि के लिए कुशल व दक्ष मानव संसाधन और प्रचार-प्रसार की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
पशुधन, मत्स्य विकास एवं दुग्ध विकास मंत्री श्री चौधरी आज यहां योजना भवन में दुग्ध विकास विभाग एवं पीसीडीएफ के कार्यों की गहन समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने समीक्षा के दौरान कहा कि निर्माणाधीन मिल्क पार्लर और मिल्क बूथ ईकाइयों का स्थलीय निरीक्षण अधिकारियों द्वारा किया जाय और कार्यों में गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा जाए। श्री चौधरी ने डीपीएमसीयू स्थापना/संचालन एवं आॅनलाइन किये जाने की स्थिति पर असंतोष व्यक्त करते हुए समय पर लक्ष्य पूरा करने के निर्देश दिए।
श्री चौधरी ने कहा कि दुग्ध विकास विभाग व पीसीडीएफ के अधिकारी व्यक्तिगत रूचि लेकर इसे लाभ में लाने के हर सम्भव प्रयास करें और किसी भी स्तर पर अनुशासनहीनता और कार्यों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। कार्य में अपेक्षित प्रगति न देने वाले अधिकारियों पर भी कार्यवाही की जायेगी।
समीक्षा बैठक में कार्यरत समितियों की संख्या, सदस्यता एवं दुग्ध उपार्जन की स्थिति, संस्था द्वारा विक्रय किये जा रहे स्वदेशी दुग्ध उत्पाद एवं नवीन दुग्ध उत्पाद के विपणन, बल्क वंेडिंग मशीन की स्थापना एवं संचालन, नोएडा डेयरी को लाभप्रद अवस्था में चलाये जाने के दृष्टिगत की गई कार्यवाही एवं दुग्ध संघों की स्थिति आदि विषयों की विस्तार से समीक्षा की गई। श्री चौधरी ने कोविड-19 के प्रभाव के दौरान प्रदेश में ग्रामीण क्षेत्रों से दुग्ध उपार्जन एवं शहरी उपभोक्ताओं को तरल दुग्ध एवं दुग्ध उत्पादों की आपूर्ति में किये गये कार्यों की सराहना भी की।
बैठक में दुग्ध आयुक्त शशि भूषण लाल सुशील, विशेष सचिव शैलेन्द्र नाथ शुक्ल, उप सचिव बिन्दु गोपाल द्विवेदी, मुख्य दुग्धशाला विकास अधिकारी श्रीनिवास, संयुक्त दुग्ध आयुक्त राकेश सिंह, जनपदों से आये क्षेत्रीय दुग्धशाला विकास अधिकारी, प्रधान प्रबंधक दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लि0 एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
कार्यों में लापरवाही व उदासीनता बरतने वाले अधिकारियों पर सख्त कार्यवाही की जायेगी - लक्ष्मी नारायण चौधरी