प्रदेश सरकार जल संरक्षण के प्रति बेहद गंभीर: कृषि मंत्री 10591 खेत तालाब, 115 डब्ल्यू0एच0बी0 के साथ 294 चेकडैम का निर्माण कार्य पूर्ण -सूर्य प्रताप शाही
लखनऊ: 06 नवम्बर, 2019

      प्रदेश के कृषि मंत्री, श्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि प्रदेश सरकार जल संरक्षण के प्रति बेहद गंभीर है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में वर्षा के रूप में जल की उपलब्धता औसतन 970 मि0मी0 है, जिसे भू-जल रिचार्ज, तालाब, झील एवं नदियों में संरक्षित कर सिंचाई में उपयोग किया जाता है। उन्होंने बताया कि अधिकांश जल संरक्षित न हो पाने के कारण लगभग 37.5 प्रतिशत वर्षा जल बहकर बेकार हो जाता है। उन्होंने कहा कि बहकर बेकार जाने वाले जल को सही प्रकार से संरक्षित किया जाये, तो लगभग 340 मि0मी0 पानी सिंचाई के लिये उपलब्ध हो सकता है।

      कृषि मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा वर्षा जल संचयन (रेनवाटर हार्वेस्टिंग) के लिये विभिन्न योजनायें संचालित की गयी हैं। इन योजनाआंे में से प्रदेश के अतिदोहित, क्रिटिकल, सेमी क्रिटिकल विकासखण्डों एवं बुन्देलखण्ड क्षेत्र के समस्त जनपदों के लिये खेत तालाब योजना संचालित है। इस योजना के अन्तर्गत 22ग्20ग्3 मीटर एवं 35ग्30ग्3 मीटर के तालाबों का निर्माण किया जाता है। अभी तक 10591 खेत तालाबों का निर्माण किया जा चुका है।

      श्री शाही ने बताया कि इसके अतिरिक्त बुन्देलखण्ड क्षेत्र में जल की समुचित उपलब्धता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से वाटर हार्वेस्टिंग बंधी (डब्ल्यू0एच0बी0) योजना क्रियान्वित की गयी है। इस योजना के अन्तर्गत 85 डब्ल्यू0एच0बी0 निर्मित किये जा चुके है। वर्ष 2019-20 के लिये 84 डब्ल्यू0एच0बी0 के निर्माण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसके सापेक्ष 30 डब्ल्यू0एच0बी0 के निर्माण का कार्य प्रगति पर है। कृषि मंत्री ने बताया कि इसी प्रकार वर्ष 2014-15 से बुन्देलखण्ड क्षेत्र के लिये चेकडैम निर्माण की योजना संचालित है, जिसके अन्तर्गत अब तक कुल 294 चेकडैम का निर्माण किया जा चुका है। वर्षा जल संचयन के उपरांत प्रति चेकडैम 20-25 हेक्टेयर क्षेत्र के उत्पादन में बढ़ोत्तरी दर्ज की गयी है, जिसके फलस्वरूप रबी में लगभग 5292 हेक्टेयर क्षेत्र में फसलों की समय से बुआई के साथ-साथ जीवनरक्षक सिंचाई भी विकसित हो सकेगी।

      कृषि मंत्री ने कहा कि प्रदेश में 47 जनपदों के 217 अतिदोहित, क्रिटिकल एवं सेमीक्रिटिकल विकासखण्डों में स्प्रिंकलर सिंचाई प्रणाली वितरण योजना संचालित की गयी है। इस योजना के अन्तर्गत लघु एवं सीमांत किसानों को 90 प्रतिशत तथा सामान्य किसानों का 80 प्रतिशत अनुदान पर स्प्रिंकलर सेट का वितरण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2017-18 से 2018-19 तक कुल 5838 स्प्रिंकलर सेट का वितरण किया जा चुका है, जबकि वर्ष 2019-20 के लिये 5198 स्प्रिंकलर सेट वितरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। बुन्देलखण्ड पैकेज के अन्तर्गत बुन्देलखण्ड के 07 जनपदों में 2018-19 तक कुल 13009 स्प्रिंकलर सेट का वितरण किया जा चुका है एवं वर्ष 2019-20 हेतु 823 स्प्रिंकलर सेट वितरण का लक्ष्य निर्धारित है।