लखनऊ: दिनांक: 22 अगस्त, 2019
उत्तर प्रदेश में जल संरक्षण एवं उसके समुचित उपयोग हेतु जन समुदाय को जागरूक करने के लिए 24 अगस्त, 2019 को पूरे प्रदेश की सभी ग्राम पंचायतों में विशेष ग्राम सभा की बैठके आयोजित की जायेगी। आयोजित की जाने वाली ग्राम सभा की बैठकों में ग्राम प्रधान एवं सचिव द्वारा ग्रामवासियों को जल संरक्षण, जल की उपयोगिता एवं उसके उचित प्रयोग किये जाने के बारे में जानकारी दी जायेगी। जल संरक्षण की दिशा में कार्य करते हुए जल स्तर को बढ़ाया जा सकता है।
यह जानकारी पंचायतीराज मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह चैधरी ने दी है। उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में सभी जनपदों के जिलाधिकारियों एवं विभागीय अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये गये है। उन्होंने यह भी कहा कि विभागीय अधिकारी इन बैठकों के आयोजन को गम्भीरता से लेते हुए कराना सुनिश्चित करें, इसमें किसी प्रकार की लापरवाही नहीं की जाये। उन्होंने कहा कि ''जल शक्ति अभियान'' के अन्तर्गत जल की कमी एवं उसके बचाव के लिए जल संरक्षण एवं वर्षा जल संचयन, पारम्परिक और अन्य जल स्रोतों/टैंको का नवीनीकरण, बोरवेल संरचनाओं का पुनर्भरण एवं पुनः उपयोग, वाटर शेड का विकास तथा गहन वृक्षारोपण किये जाने की आवश्यकता है। ''जल शक्ति अभियान'' के प्रथम चरण में 01 जुलाई से प्रारम्भ करते हुए 15 सितम्बर, 2019 तक संचालित किये जाने के निर्देश भारत सरकार द्वारा दिये गये है। अभियान की सफलता के लिये ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानीय लोगों की भागीदारी महत्वपूर्ण है। सभी प्रधान एवं निर्वाचित सदस्यों द्वारा अपने संबधित निर्वाचन क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर जनमानस को जल संरक्षण के प्रति जागरूक करने संबंधी गतिविधियों का स्वयं नेतृत्व किया जाये और जन जागरूकता लाने में अग्रणी भूमिका निभायी जाये।
श्री चैधरी ने कहा कि जन समुदाय को प्रेरित करने के लिए 24 अगस्त, 2019 को पूरे प्रदेश में सभी ग्राम पंचायत स्तर पर विशेष ग्राम सभा की बैंठके आयोजित की जायेगी। जिसमें जल संस्थान एवं वर्षा जल संचयन, पारम्परिक और अन्य जल निकायों/टैंको का नवीनीकरण, बोरवेल संरचनाओं का पुनर्भरण एवं पुनः उपयोग काटर शेड का विकास तथा गहन वृक्षारोपण बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा की जायेगी। ग्राम सभा की बैठक में ग्राम प्रधान एवं सभी पंचायत समिति सदस्यों द्वारा भाग लिया जायेगा एवं जन-समुदाय को जल संरक्षण की उपयोगिता के विषय में जानकारी दी जायेगी।
श्री चैधरी ने बताया कि ग्राम प्रधान, निर्वाचित सदस्यों एवं ग्राम सभा सदस्यों के बैठकों में भाग लेने संबधी जानकारी प्राप्त करने तथा बैठकों की जियोटैग फोटो अपलोड करने हेतु पंचायती राज मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा एक मोबाइल ऐप ष्श्रै।.ळतंउ ैंइीं डवइपसम ।चचष् के नाम से एक ऐप बनाया गया है जो गूगल-प्ले-स्टोर पर दोनों ही भाषाआंे अंग्रेजी एवं हिन्दी में उपलब्ध है। यह एप्लीकेशन डैशबोर्ड के माध्यम से राज्यों में आयोजित ग्राम सभा की बैठकों की स्थिति एवं उनका अनुश्रवण करने में सहायता करेगा।
श्री चैधरी ने जल संचयन तथा वर्षा जल संरक्षण से सम्बन्धित सभी गतिविधियों को प्राथमिकता दिये जाने की अपील की है।