चाहे जितना उसे सताओ, भला आदमी क्या कर लेगा ?
चाहे जितना मूर्ख बनाओ, भला आदमी क्या कर देगा?
बात बताता हूँ मैं पक्की, मजबूत से गाँठ-बाँध लो,
उससे सारे काम कराओ, भला आदमी क्या कर लेगा?
कलियुग का यह समय चल रहा, नीति-धर्म की बातें छोड़ों,
वादा करके नहीं निभाओ, भला आदमी क्या कर लेगा?
कहे काम को बना बहाने, पिछली सारी बातें भूलो,
फिर ऊपर से आँख दिखाओ, भला आदमी क्या कर लेगा?
भला मिले अफसर यदि तुमको, तो पौ बारह अपने समझो,
जब चाहो तब दफ्तर जाओ, भला आदमी क्या कर लेगा?
ले लो कर्ज मिले यदि उससे, लौटाने की बात न सोचो,
खा-पी करके मौज उड़ाओ, भला आदमी क्या कर लेगा?
दुष्टों से तुम कभी न भिड़ना, वर्ना वे टाँगें तोड़ेंगे,
भलेमानुसों को दहलाओ, भला आदमी क्या कर लेगा?
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